नई दिल्ली। जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट गाजियाबाद में शनिवार को आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में आर्थिक नीति और प्रौद्योगिकी पर गहन विचार-विमर्श हुआ। सम्मेलन में उपस्थित विद्वानों और विशेषज्ञों ने जीडीपी में वृद्धि के लिए बड़े प्रयास करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इंस्टीट्यूट के चेयरमैन श्री शिशिर जयपुरिया ने उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता की। मुख्य अतिथि प्रो. जेपी पांडे, कुलपति, एचईसीटीयू, ने अपने संबोधन में कहा कि आर्थिक नीतियों में नवाचार और प्रौद्योगिकी के समन्वय से ही सतत विकास संभव है। जापान के कोनान विश्वविद्यालय के प्रोफेसर केन निशिकावा ने डिजिटल नीति पर अपने विचार प्रस्तुत किए और वैश्विक आर्थिक चुनौतियों पर चर्चा की।
सम्मेलन में विभिन्न विद्वानों ने कुल 103 शोध पत्र प्रस्तुत किए, जिनमें सतत विकास, आर्थिक नीति, और प्रौद्योगिकी के मुद्दों पर चर्चा हुई।
मुख्य अतिथि, प्रोफेसर जेपी पांडे ने कहा कि जीडीपी में वृद्धि के लिए देश को नवाचारी नीतियों और प्रौद्योगिकी के उपयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरकार और उद्योगों को मिलकर काम करना चाहिए ताकि अर्थव्यवस्था में स्थिरता लाई जा सके। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि आर्थिक विकास के लिए लचीलापन और नवाचार महत्वपूर्ण हैं।
अंत में, सम्मेलन के आयोजकों ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की उम्मीद जताई।