अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन हुआ। इसमें देश भर के शिक्षाविद, शोधकर्ता और विशेषज्ञों ने विचार-विमर्श करने के साथ अपने अनुभव को साझा किया। सम्मेलन में कुल 103 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए, जिनमें आर्थिक चुनौतियों और प्रौद्योगिकी और प्रबंधन के भविष्य के अवसरों पर चर्चा हुई। सम्मेलन में प्रो. जे.पी. पांडे और डॉ. आलोक कुमार सहित प्रमुख व्यक्तियों की उपस्थिति रही। प्रो. पांडे ने सतत विकास के लिए आर्थिक मॉडलों की भूमिका पर जोर दिया, जबकि डॉ. आलोक कुमार ने आर्थिक और प्रौद्योगिकी शोध में नवाचार की महत्ता को रेखांकित किया।